हमारे देश में बहुत लंबे समय से किसान पारंपरिक खेती करते आ रहें है| आमतौर पर किसान सब्जी, गेहूं, चावल और मोटे अनाज की खेती करते हैं| जैसे-जैसे समय बदलता गया वैसे-वैसे किसानों की सोच भी बदली है, आज किसान ज्यादा मुनाफ़ा कमाने के लिए कई तरह के नए-नए प्रयोग कर रहें है और ज्यादा मुनाफ़ा देनी वाली फसलों का चुनाव कर खेती कर रहें है, साथ ही लाखों रूपये सालाना कमा रहें हैं| आज हम आपको मोती (Pearl) की खेती के बारें बताने जा रहें है आप भी मोती की खेती कर लाखों रूपये महीनें तक की आमदनी कर सकतें है|

कैसे होती हैं मोती की खेती- मोती की खेती को ऐक्वाकल्चर फॉर्मिंग भी कहा जाता है| इस खेती के तहत आपको मोती (Pearl) का पालन करना होता है| इसे पूरी तरह से तैयार होने में 8 से 13 महीने तक का समय लगता है| यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है | मोती की खेती व्यवसाय के लिए एक अच्छा विकल्प है| अगर आप कुछ नया करने की सोच रहें हैं तो ये विकल्प आपके लिए उपयुक्त हैं|


कंहा मिलेगी ट्रेंनिग- अगर आप भी मोती की खेती करना चाहतें है तो सरकार ने मोती की खेती करने के लिए देश में कई ट्रेंनिंग सेंटर खोल रखें है, जंहा से आप सिप पालन की ट्रेनिंग ले सकतें है| आज भारत में मोती की खेती को बढ़ावा देने के लिए इंडियन काउंसिल फॉर एग्रीकल्चर रिसर्च के तहत एक नया विंग बनाया गया है, इस विंग का नाम सीफा यानी सेंट्रल इंस्टीेट्यूट ऑफ फ्रेश वॉटर एक्वाचकल्चर है, हर राज्य के जिलों में इसके ऑफिस और ट्रेनिंग सेंटर हैं, वहां से आप 15 दिन की ट्रेनिंग ले सकते है|

कहाँ करें खेती- मोती की खेती आम तौर पर होने वाली खेती से अलग है, इस खेती को आपको जमीन में नहीं बल्कि पानी में करनी होता है|अगर आपके पास जमीन नहीं हैं, फिर भी आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है, आप इसे अपने घर में या तालाब से शुरू कर सकतें हैं|

वन टाइम इन्वेस्टमेंट- मोती की खेती के लिए आपको सिर्फ एक बार इन्वेस्टमेंट करने की जरुरत है, उसके बाद आप कई सालों तक इस व्यवसाय से लाखों रूपये महीने की आमदनी कर सकतें है| आपको पहली बार में जो जगह उपयुक्त हो अगर तालाब है, तो आपको वहां आपको पानी बदलने की व्यवस्था करनी पड़ेगी और साफ-सफाई का ध्यान देना पड़ेगा, पानी ज्यादा ना सोखे इसके लिए आपको तालाब के अंदर प्लास्टिक की पोलीथिन लगानी पड़ेगी| अगर आपके पास तालाब उपलब्ध नहीं है तो सबसे अच्छा विकल्प आप अपने घर के पास 10 बाई 20 के जगह में इसकी शुरूआत कर सकते हैं| यहाँ भी आपको 5 फिट के छोटे-छोटे कई हौज बनवाने पड़ेंगे,पानी की निकासी देनी होगी| मोती को एक पाइप या डंडे के सहारे पानी में लटकाना होना है, उसी पानी में सिप के अंदर मोती बनता है|


कैसे करें शुरू- आप मोती की खेती जो जगह हो आपके पास जैसे तालाब,टैंक, कृत्रिम लैब से शुरू कर सकतें है| आपको अपनी चुनी हुई जगह पर मोती पालन करना है, आपको मोती के बीज बाजार में आसानी से मिल जायेंगे, उसको लाकर आपको पालना हैं, आपको जैसा मोती बनाना है उसी हिसाब से बीज भी खरीदना है| बीज लाने के बाद सिप के अंदर शल्य क्रिया के द्वारा सिप में बीजों को डाला जाता है| उसके बाद उसको एक जाली में 10-12 की संख्या में बांध दिया जाता है, फिर उसको 3 फिट पानी के अंदर लटकाया जाता है, सिप मरे न उसके लिए पानी में भोजन डाला जाता है, पानी की गुणवत्ता की जाँच करनी होती है, पानी में सिप डालने के बाद अमोनिया बढ़ने लगता है, उसको कंट्रोल करने के लिए पानी में एंटीबायोटिक दवाए डाली जाती है| इस तरह से आपको अमोनिया कि मात्रा चेक करके, पानी को बदलना होता है| धीरे-धीरे जैसे समय बीतता है वैसे ही सिप के अंदर मोती बनने लगता है और 8-12 महीने में मोती तैयार हो जाता है|

कम लागत ज्यादा मुनाफा- आप मोती की खेती 50 हजार से शुरू कर सकतें है, आप शुरू में कम पूंजी से शुरूआत करें और जब पैसा आने लगे तब आप अपनी खेती को शिफ्ट वाईज कर लें ऐसा करने से आप हर महीने या दो महीने पर मोती का उत्पादन कर अपनी पूंजी के दो गुना से ज्यादा कमाई कर सकतें है|

कहां है मार्केट- मोती का उपयोग आभूषणों के बनाने में किया जाता है| इसकी मार्केट आपको गुजरात और मुंबई में मिलेगी, आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है, जब आप खेती करने लगेंगे तब वह सेंटर आपको अपने मोती को बेचने में मदद करेगा, या आप खुद बाजार में ले जाकर बेंच सकते है|


क्या है मार्केट में कीमत- एक मोती को पैदा करने में आपको लगभग 50 रूपये की लागत आती है| वहीं सामान्य किस्म के मोती की मार्केट कीमत 100 रूपये से 500 रूपये तक है| अगर आप अच्छी गुणवत्ता वाले मोती का उत्पादन करने में सफल होतें है तब आपको 500 से 50 हजार तक कीमत मिल सकती है| अच्छे मोतियों को विदेशों में बेचा जाता है जिसके मोटे दाम मिलते है|

मोती के प्रकार- मुख्यतः तीन प्रकार के मोती की खेती जाती है, और उनके उपयोग अलग-अलग हैं|

केवीटी (KVT)- इस प्रकार के मोती को तैयार करने के लिए सिप का ऑपरेशन कर उसके अंदर फॉरेन बॉडी डालकर तैयार करते है इस मोती को किसान आसानी से तैयार कर सकतें है| इस क्रिया द्वारा हर आकार का मोती तैयार किया जा सकता है| जिसकी मार्केट में कीमत हजारों में है|

गोनट मोती- इस प्रकार का मोती प्राकृतिक रूप से तैयार किया जाता है| यह बहुत ही चमकदार और गोल होता है ज्यादातर इसकी खेती विदेशों में होती हैं| और इसके एक मोती की कीमत 1 हजार से लेकर 50 हजार तक हो सकती है|

मेंटलटीसू- इस प्रकार का मोती दवाइयों और खाने के उपयोग में लाया जाता है, इस क़िस्म के मोती को सीप के अंदर ही सीप के टुकड़े को डालकर तैयार किया जाता है| इसकी बाजार में बहुत मांग है, ज्यादातर इसका इस्तेमाल च्यवनप्राश व् टॉनिक बनाने में होता है|