उत्तराखंड राज्य के चंपावत क्षेत्र के रहने वाले यशवंत चौधरी ने बहुत ही कम उम्र में एलन मस्क की टेस्ला(Tesla) जैसी बड़ी कंपनी में नौकरी हांसिल कर कमाल कर दिया है| यशवंत का सेलेक्शन जर्मनी की टेस्ला गीगा कंपनी में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर हुआ है, और उन्हें सैलरी के तौर पर 30 लाख डॉलर यानी 23 करोड़ से ज्यादा कंपनी उन्हें वार्षिक भुगतान करेगी, जो अपने आप में एक बड़ी रकम है| एक युवा इंजीनियर के तौर पर इतना बड़ा पैकेज मिलना गर्व की बात है| इसमें ख़ास बात यह है कि यशवंत को पहली ही नौकरी मे बड़ी सफलता मिली हैं| यशवंत चौधरी हमेशा से ही मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने का सपना देखते आ रहें हैं| वह हमेशा से यह चाहते थे कि उनकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बने| ऐसे में उन्हें इतनी बड़ी सफलता मिलने से उनके परिवार के साथ ही उनके जानने वाले बहुत खुश हैं| यशवंत चौधरी ने न सिर्फ अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि अपने उत्तराखंड को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सफल रहें हैं| उसके लिए उन्हें हर तरफ से बधाइयां मिल रही हैं, साथ ही उन्हें राजनीतिक दलों के बड़े नेता भी उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं|


30 लाख डॉलर का सालाना पैकेज- यशवंत अपनी पहली नौकरी के बारे में मीडिया से बताया, कि उन्हें जर्मनी के बर्लिन शहर में टेस्ला गीगा में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर काम करने का मौका मिला है| इस पद पर मुझे कंपनी के द्वारा 30 लाख डॉलर का सलाना पैकेज ऑफर मिला जिसे मैंने स्वीकार कर लिया है| यशवंत 31 जुलाई तक कंपनी के लिए ऑनलाइन काम करेंगे, उसके बाद अगस्त से अक्टूबर तक उनकी बेंगलुरु में ट्रेनिंग चलेगी| उसके बाद फिर नवंबर से वह बर्लिन में अपनी सेवाएं देना शुरू करेंगे|

पास की गेट(Gate)परीक्षा- यशवंत चौधरी ने उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की डिग्री प्राप्त की हैं| उसके बाद उन्होंने राष्‍ट्रीय स्तर पर होने वाली परीक्षा गेट दी| इस परीक्षा में उन्हें 870 वीं रैंक हांसिल की| यशवंत के बताया कि उनका चयन दो साल पहले ही बेंगलुरू में ट्रेनी प्रबंधक के रूप में हुआ था| कोरोना के समय में मैंने अपने घर से ही कंपनी को अपनी ऑनलाइन सेवाएं दीं|