जिस सख्स को मुर्दा समझकर कर अंतिम संस्कार के लिए, ले जाया जा रहा था वो मरा नहीं बल्कि जिन्दा था | 'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामला चीन के शंघाई शहर के पुटाउ जिले का बताया जा रहा है | पुटाउ (Putau)जिले में स्थित एक अस्पताल में एक बुजुर्ग व्यक्ति को इलाज के लिए लाया गया था, और इलाज के दौरान उसे डॉक्टरो द्वारा कोरोना की वजह से मृत घोषित कर दिया गया| जिसके बाद उसके मृत शरीर को एक बैग में भर कर शव वाहन से अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया गया | इस दौरान जब एक व्यक्ति ने बैग खोलकर उसे देखना चाहा तब उसे ऐसा लगा जैसे उसकी सांसे चल रही है| और ये बात सच थी उस बुजुर्ग की सांसे चल रही थी | जैसे ही इस बात का पता अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को लगा तब उनके हाथ-पैर फूल गए | वायरल वीडयो में ये साफ-साफ सुना जा सकता है कि एक व्यक्ति अस्पताल के कर्मचारी को कह रहा है कि आप देखिये क्या ये बजुर्ग मरा है? क्या आपने देखा नहीं था उसकी सांसे चल रही थी| उसके बाद उस बुजुर्ग को फिर से अस्पताल ले जाया गया और उसका इलाज चल रहा है, अब उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है |

अस्पताल ने जारी किया माफीनामा – मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस घटना के बाद अस्पताल ने एक माफीनामा जारी कर माफ़ी की मांग की है | वंही इस घटना को लेकर पुटाउ(Putau) जिला प्रशासन ने इस मामले की जाँच का आदेश दिया है | इस घटना का अधिकारी जाँच कर रहे है | ये खबर ऐसे समय आई है जब एक बार फिर चीन में कोरोना अपने पाँव पसार रहा है | इन सब के बीच चीन सरकार द्वारा जारी 'जीरो कोविड पॉलिसी' की खूब आलोचना हो रही है |