आज हम आपको परिचित कराएँगे बनराकस उर्फ़ भूषण कुमार से | अमेज़ॉन प्राइम वीडियो पर 18 मई को रिलीज हुई, पंचायत-2 सीजन ने डिजिटल प्लेटफोर्म पर धमाल मचाया है | आज कल हर कोई सोशल मिडिया पर पंचायत-2 के किरदारों के बारें में चर्चा कर रहा है | ऐसे ही एक किरदार है दुर्गेश कुमार, वैसे तो दुर्गेश कुमार का पंचायत-2 सीरिज में नाम भूषण है, लेकिन पंचायत की कहानी के दौरान उनका किरदार भूषण तो फेमस हुआ ही लेकिन उससे भी ज्यादा उनका नाम 'बनराकस' ज्यादा फेमस हुआ | बिना किसी बड़े स्टार कास्ट वाली ये वेब सीरीज़ दर्शकों को बेहद पसंद आ रही है | इसके पहले सीजन को दर्शकों ने खूब पसंद किया था | पहले सीजन में पूरी कहानी सचिव अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार), ब्रज भूषण दुबे (रघुबीर यादव) और मंजू देवी (नीना गुप्ता) के इर्द-गिर्द घूमती रही, वहीँ दूसरे सीजन में कहानी के साइड किरदारों पर ज्यादा फोकस किया गया है | इस सीजन में कहानी मुख्य तौर पर भूषण (Bhushan) उर्फ बनराकस (दुर्गेश कुमार), प्रहलाद पांडेय (फैजल मलिक), क्रांति देवी (सुनीता राजवर), और सचिव अभिषेक त्रिपाठी के आस-पास ही घुमती रही | भूषण इस सीरीज के मुख्य विलन है, जो हर चीज में कमी निकालते रहतें है, और हर वक्त निगेटिव बातें करते है | जिसे देखकर किसी को भी गुस्सा आ सकता है |


इस सीरिज में भूषण (दुर्गेश कुमार ) ने अपनी दमदार एक्टिंग से पूरी महफ़िल लूट ली | इस पूरी सीरिज में बनराकस 'सचिव अभिषेक त्रिपाठी, 'विकास', 'प्रह्लाद पांडे', 'प्रधानजी' और 'मैडम' (नीना गुप्ता) के सामने डटे रहे, और उन्हें हर मौके पर कड़ी चुनौती देते रहे | भूषण मंजू की जगह अपनी बीबी क्रांति देवी को प्रधान बनाना चाहते है | | जैसे-जैसे पंचायत-2 की कहानी आगे बढती है, भूषण (बनराकस) का किरदार उभरकर सामने आता है | गावं में सड़क नही बनने को लेकर अक्सर मंजू देवी को लताड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं | गावं की समस्याओं को लेकर अक्सर 'प्रधानजी' के जिगरी यार 'प्रह्लाद पांडे' और 'विकास' भी भूषण के लपेटे में आ जाते है | इसी डर की वजह से भूषण को 'बनराकस' की उपाधि दे दी है | बनराकस का मतलब 'जंगल का राक्षस' होता है |

पंचायत वेब सीरिज 'फुलेरा' गावं पर बनी है, ये गावं उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में है | इस सीरीज में पात्र बलिया की भाषा बोलते हुए दिखाई पड़ते है | पंचायत-2 की पूरी शूटिंग मध्य प्रदेश के एक ग्राम पंचायत ऑफ़िस में शूट की गई है जो इस सीरिज में साफ-साफ दिखाई देता है |


चलिए जानते हैं, दुर्गेश उर्फ़ (बनराकस) के बारें में – दुर्गेश कुमार बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले है | दुर्गेश की शुरुआती पढ़ाई यंही से हुई, दुर्गेश 12वीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद, 2001 में वह इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए दिल्ली चले गए | उस समय दुर्गेश के बड़े भाई दिल्ली में रहकर UPSC की तैयारी कर रहे थे, दुर्गेश भी उनके साथ रहने लगे और इंजीनियरिंग की तैयारी करने लगे, दुर्गेश ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए 2-3 अटेम्प्ट दिया, लेकिन इनकी मैथ अच्छी नहीं होने के कारण इंजीनियरिंग में सेलेक्शन नहीं हुआ | तब इनके भाई ने तैयारी के साथ थियेटर करने की सलाह दी | उसके बाद दुर्गेश ने दिल्ली में मंडी हॉउस के थिएटर ग्रुप में फ्रीलांस एक्टर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया, इस दौरान दुर्गेश को कई अच्छे नाटकों में काम करने का मौका मिला | दुर्गेश के माता-पिता को जब एक्टींग के बारें में जानकारी हुई, तो वह बहुत नाराज हुए| लेकिन दुर्गेश के बड़े भाई ने उनको नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्राम की पढ़ाई करने को कहा | दुर्गेश ने इसकी तैयारी की और एनएसडी में उनका एडमिशन हो गया | दुर्गेश साल 2011 में एनएसडी से पासआउट हुए और उनको एनएसडी के रिपोटरी में एक नौकरी मिल गई | कुछ साल बाद दुर्गेश नौकरी छोड़ बॉलीवुड में हाथ आजमाने के लिए मुंबई आ गए |

कई बड़ी फिल्मों और वेब सीरिज में कर चुकें है काम – दुर्गेश मुंबई आने के बाद काम की तलाश करने लगे, लगातार कोशिश के बाद उनको डायरेक्टर इम्तियाज अली की फिल्म 'हाइवे' में 'आड़ू' का किरदार निभाने का मौका मिलेगा | उसके बाद आमिर खान की फिल्म 'पीके' में एक छोटा किरदार मिला | इसके अलावा दुर्गेश ने 'सुल्तान', 'संजू', 'दिल बेचारा', 'व्हाई चीट इंडिया', 'बावरिया' बिग बुल जैसी कई बड़ी फिल्मों में काम कर चूका है | दुर्गेश ने 'बिच्छू का खेल', 'ए सिंपल मर्डर', 'हॉस्टल डेज़', 'कैंडी' जैसी वेब सीरिज में काम कर चुकें है |