इंसान जब अच्छी जिंदगी जी रहा हो, और उसके पास अच्छी नौकरी हो| साथ ही हर तरह की सुख सुविधाएं हो और अचानक से एक दिन अपने घर वालों से कहें, कि मै अपनी नौकरी छोड़ रहा हूँ, उस समय घर वालों के साथ ही, जो कोई भी इस फैसलें के बारे में सुनेगा वही कहेगा कि यह पागलपन हैं| ऐसा ही कुछ पागलपन करके दिखाया हैं, शैली गर्ग ने| शैली गर्ग ने जब अपने माँ से कहा कि माँ मै यह नौकरी छोड़ कर बिजनस शुरू करने जा रही हूँ| शैली की बात सुनकर उनकी माँ को बहुत हैरानी हुई, लेकिन अपनी बेटी के इस फैसले को वह बदल नहीं सकीं| शैली गर्ग को अपने आप पर पूरा भरोसा था, कि वह जरुर सफल होंगी और उन्होंने यह करके भी दिखाया| अब लोग उनके इस फैसले की खूब तारीफ कर रहें है, साथ ही उनकी हिम्मत की मिसाल दे रहें हैं| शैली गर्ग ने साल 2020 में अपना स्टार्टअप शुरू किया, ग्लोबल फेयर (GlobalFair) जो सामान का निर्यात करने से सम्बंधित था| उन्होंने निर्यात करने वाले छोटे-छोटे कारोबारियों को अपनी कंपनी के माध्यम से एक प्लेटफोर्म दिया जिससे सामानों को निर्यात करने में आसानी हुई| शैली का यह आइडिया इतना हिट हो गया, कि मात्र दो ही साल में उनके बिजनेस का रेवेन्यू 100 करोड़ से ज्यादा का हो गया| साथ ही शैली गर्ग को फोर्ब्स एशिया के टॉप-30 सक्सेसफुल लोगों की लिस्ट में शामिल किया गया| शैली की इस उपलब्धि से उनकी माँ बहुत खुश हैं|


माँ का सपना था बेटी बने डॉक्टर- राजस्थान राज्य के अजमेर जिले के नसीराबाद कस्बे की रहने वाली हैं शैली गर्ग| उनके पिता मुकेश गर्ग नसीराबाद एसबीआई बैंक में कैशियर के तौर पर नौकरी करतें हैं| वहीँ उनकी माँ मधु गर्ग, वहीँ के एक सरकारी बालिका स्कूल में टीचर हैं| शैली गर्ग का एक भाई हैं अभिनव गर्ग, जो साउथ कोरिया में सैमसंग(Samsung)कंपनी में कंप्यूटर इंजीनियर हैं| शैली की माँ का सपना था कि बेटी पढ़-लिखकर डॉक्टर बने लेकिन शैली की मैथ अच्छी थी, इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग को चुना|

पास की IIT परीक्षा- शैली गर्ग की शुरूआती पढ़ाई अजमेर के नसीराबाद से हुई| आगे की पढ़ाई के लिए उनके माता-पिता ने उनका एडमिशन अजमेर के सेंट मेरी कॉन्वेट स्कूल करवाया, जंहा से उन्होंने छठी से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की| शैली शुरू से ही इंजीनियर बनना चाहती थीं| इसलिए उन्होंने IIT परीक्षा की तैयारी की और उसे पास करने में वह सफल भी रहीं| शैली ने मुंबई IIT से सिविल ब्रांच में बीटेक की डिग्री हांसिल की हैं|


40 लाख वाली छोड़ दी! नौकरी- शैली गर्ग ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सीएनजी चंडीगढ़ में जॉब करने लगीं| उसी दौरान उन्हें एक गुड़गाँव की कंपनी ने अच्छा ऑफर पेश किया| तब चंडीगढ़ से गुड़गाँव सिफ्ट हो गईं| नौकरी करने के दौरान वह हमेशा से ही सोचतीं थीं अपना कुछ करना है, सिर्फ नौकरी करके जिंदगी नहीं बितानी चाहती थीं| साल 2020 के मार्च में उन्होंने अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए गुड़गाँव वाली जॉब छोड़ दी, उस समय उनका 40 लाख सलाना पैकेज था| उसी दौरान पंजाब पटियाला के रहने वाले अभिषेक अग्रवाल से शैली की शादी हो गई| जो फेसबुक में कंप्यूटर इंजीनियर हैं| साल 2020 में ही अपने स्टार्टअप के तौर पर उन्होंने देश के छोटे-छोटे मैन्यूफ्रैक्चर्स को एक्सपोर्ट प्लेटफार्म उपलब्ध कराने का काम शुरू किया|

IAS बनने का ख्याल आया मन में- शैली गर्ग ने जब अपनी नौकरी छोड़ दी और उसी दौरान उनकी शादी हो गई| तब उनके मन में आईएएस बनने का विचार भी आया| उनकी माँ मधु गर्ग का कहना हैं कि शैली ने IAS के लिए कोचिंग भी ज्वाइन की और उससे सम्बंधित सभी किताबें भी ले कर आईं| लेकिन IAS वाला विचार बहुत ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाया| उसके बाद फिर शैली अपने बिजनेस आइडिया पर फोकस करने लगीं| उनका बिजनेस आइडिया इतना हिट हुआ कि, दो साल में हीं सफलता की उस बुलंदी को छुने लगा| जहां लोगों को पहुचने में सालों लग जाते हैं वह उपलब्धि शैली ने मात्र 2 सालों में ही हांसिल की| शैली गर्ग की गिनती आज कामयाब महिलाओं में होती है| दो ही साल में उनके कंपनी का टर्नओवर 100 करोड़ से ज्यादा हो गया हैं| उनकी कंपनी में लगभग 84 मेंबर हैं|