आपने यह कहावत जरूर सुनी होगी कि "कोशिश करने वाले की कभी हार नही होती" और निरंतर प्रयास करते रहने से एक दिन सफलता जरूर मिलती है। आज हम आपको ऐसे दो भाईयों की कहानी बताने जा रहें हैं, जिनके पास कोई इंजीनियरिंग की डिग्री नही है, फिर भी कोडिंग के मास्टर हैं। और मात्र 16 साल की उम्र में अपने पिता से 25 हजार रुपए लेकर बिजनेस की शुरुआत की। उन्होंने धीरे-धीरे अपनी मेहनत और सूझबूझ से अपनी कंपनी को उस ऊंचाई पर पहुंचाया है, जहां लोगों को पहुंचने में सालों साल लग जाते हैं। आज उनकी गिनती देश के अमीर लोगों में होती है। इतना ही नहीं आज उनके पास खुद का चार्टेड प्लेन, लग्जरी गाड़िया और करोड़ों के कई आलिशान मकान हैं। उन दोनों भाइयों का नाम दिव्यांक तुरखिया और भाविन तुरखिया है


कौन हैं दिव्यांक तुरखिया और भाविन तुरखिया- इन दोनों भाइयों का जन्म मुंबई के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। दोनों भाइयों का पढ़ाई में बहुत ज्यादा इंट्रेस्ट नही था। लेकिन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का बहुत शौक था। इसलिए दोनो भाई दिन-रात कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखते रहते थे। जैसे-जैसे दोनो भाई बड़े होते गए, वैसे-वैसे कोडिंग में उनकी पकड़ मजबूत होती हैं। मात्र 13 साल की उम्र में दिव्यांक ने अपने भाई भाविन के साथ मिलकर स्टॉक मार्केट सिमुलेशन गेम बनाया। उसी के चलते उन दोनों भाइयों की पढ़ाई छूट गई।


25 हजार रुपए पिता से लेकर की बिजनेस की शुरुआत- दिव्यांक और भाविन दिन रात कंप्यूटर कोडिंग करते रहते। जब दोनो भाइयों की कोडिंग में मजबूत पकड़ बन गई। उसके बाद दोनो ने बिजनेस करने की योजना बनाई। लेकिन बिजनेस शुरू करने के लिए उनके पास पैसा नहीं था। फिर किसी तरह से उन दोनों भाइयों ने अपने पापा को पैसा देने के लिए मनाया। बेटों की जिद के आगे मजबूर होकर पिता ने अपने पहचान के एक यक्ति से 25 हजार रुपए उधार लेकर दोनों भाइयों को दे दिया। उसके बाद उन दिनों ने मिलकर अपने बिजनेस की शुरुआत की। 16 साल के दिव्यांक ने अपने 18 साल के भाई भाविन के साथ मिलकर वेबसाइट के डोमेन नाम देने वाली कंपनी "डाइरेक्टी" की स्थापना की। उनकी इस कंपनी ने बहुत कम समय में ही उभरते हुए वेबसाइट मार्केट में अपनी पकड़ बना ली। और उनकी अच्छी कमाई होने लगी।


अब तक कर चुके हैं 11 स्टार्टअप- जब दोनों भाई अच्छी कमाई करने लगे, उसके बाद उन्होंने फिर से एक नई कंपनी "बिगरॉक" बनाई। यह कंपनी भी वेबसाइट बनाने के लिए डोमेन देती है। ये दिनों भाई यहीं नहीं रुके, उन्होंने मिलकर साल 2001 में एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाया। अब तब दिव्यांक तुरखिया और भाविन तुरखिया ने मिलकर डायरेक्टी की मदद से 11 स्टार्टअप कर चुके हैं। वहीं आज डायरेक्टी ग्रुप के 1 हजार कर्मचारी और 10 लाख ग्राहक हैं।


उनकी कंपनी की 120 फीसदी है सलाना ग्रोथ- दिव्यांक तुरखिया और भाविन तुरखिया की कंपनी डायरेक्टी ग्रुप का सलाना ग्रोथ 120 फीसदी है। दोनों भाइयों ने मिलकर गूगल एडसेंस की बराबरी करने के लिए एक कंपनी मीडिया डॉट नेट की स्थापना की। मीडिया डॉट नेट से देश-विदेश की बड़ी-बड़ी कंपनिया जुड़ी हैं। उनमें कई पब्लिशर्स, ऐड नेटवर्क और टेक्नोलॉजी कम्पनियां शामिल हैं। आज मीडिया डॉट नेट का काम न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स, दुबई, ज्यूरिख, मुंबई और बेंगलौर से हो रहा है। इस कंपनी में 800 स्टॉफ काम करते हैं। अगर मीडिया डॉट नेट की कमाई की बात करें तो, एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल इस कंपनी ने 1554 करोड़ रूपए की कमाई की थी। आज दोनों भाई की कंपनियों का वार्षिक टर्नओवर लगभग 8700 करोड़ है। आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि दोनों भाइयों के पास इंजीनियरिंग की डिग्री नही है l फिर भी वह दोनो अच्छे कोडर हैं। दोनों भाइयों ने साथ मिलकर अपने दम पर इतना बड़ा कारोबार खड़ा किया है। आज तुरखिया भाइयों को "फर्स्ट इंडियन इंटरनेट आत्रप्रेन्योर्स" के रूप में जाना जाता हैं|