क्या आप जानतें हैं! जिनको शार्क टैंक इंडिया शो से मिला था निवेश|आज क्या है उनका हाल
शार्क टैंक इंडिया सीजन के पहले सीजन में आए 198 आइडियाज 67 स्टार्टअप को मिली 42 करोड़ की फंडिंग
भारत में हर दिन कुछ न कुछ नया करने के लिए लोग नए नए प्रयोग कर रहें हैं| और अपना स्टार्टअप शुरू कर रहें हैं| उसमे कुछ सफल हो रहें है, तो कुछ असफल हों रहें हैं| जो सफल हुए वह अपनी राह पर चल पड़ें, वहीं जो असफ़ल हुए वह फिर से नए प्रयास में जुट गए| भारत में इस तरह से उभरते नए उद्यमियों की आकांक्षाओं को और बढ़ावा देने का काम कर रहा है| लोकप्रिय शो शार्क टैंक इंडिया| जब से यह शो आया हैं तो किसी न किसी वजह से चर्चा में बना ही रहता है|इस शो ने उभरते हुए नए उद्यमियों(Entrepreneur) को एक मंच दिया हैं| जहां से लोग अपने बिजनेस आइडिया को शार्क टैंक जज के सामने रखतें हैं| और अगर जज को उनका बिजनेस आइडिया पसंद आता है तो शो के शार्क(जज) उनके बिजनेस आइडिया में अच्छा खासा निवेश भी करतें हैं| हालाकिं इस शो का पहला सीजन समाप्त हो चुका है| और इस शो के निर्माताओं ने शार्क टैंक सीजन-2 की घोषणा के साथ ही पहला प्रोमो भी जारी किया हैं| आपको बता दें! पहले सीज़न में ही, शार्क ने कुल 67 स्टार्टअप्स में 42 करोड़ रुपये का निवेश किया था। ख़ास बात यह हैं कि इन स्टार्टअप को शुरु करने वालों में ज्यादातर युवा हैं| और उन्होंने IIM और IIT जैसी कोई बड़ी डिग्री भी हासिल नहीं की है|
हाल ही में इस शो के एक जज अनुपम मित्तल ने इंस्टाग्राम पर एक डेटा शेयर किया हैं| और उसमे उन्होंने बताया है कि इस शो में कुल 198 आइडियाज आए| जिनमे से 67 कंपनिया फंड जुटाने में कामयाब रहीं| वहीं 40 कंपनिया ऐसी हैं जिनको इससे पहले कभी कोई फंडिंग मिली ही नहीं थी| 29 कंपनिया ऐसी हैं जिनमे कम से कम एक महिला को-फाउंडर हैं| फंड जुटाने में कामयाब होने वाली 20 स्टार्टअप कंपनिया ऐसी हैं जो देश के छोटे शहरों या ग्रामीण इलाकों से हैं| आइए जानतें हैं उन स्टार्टअप का हाल, जो शार्क टैंक के पहले सीजन में निवेश जुटाने में कामयाब रहे थे|
हैमर लाइफस्टाइल(Hammer Lifestyle)- साल 2019 में रोहित नंदवानी ने अपने स्टार्टअप के तौर पर इस कंपनी की शुरुआत की थी| हैमर लाइफस्टाइल D2C और FMEG (Fast Moving Electronic Goods) ब्रांड है| जो तेज गति वाले लाइफस्टाइल उपकरणों के लिए काम करता है| इस कंपनी के विभिन्न उत्पाद हैं, उनमें वायरलेस ईयरबड्स, वायरलेस हेडफ़ोन, वायरलेस इयरफ़ोन और स्मार्टवॉच हैं जो अन्य के मुकाबले बेहतर है| भारत के पहले एथलीजर ऑडियो-वियरेबल ब्रांड को शार्क के जज अमन गुप्ता से 40% इक्विटी के लिए 1 करोड़ का भारी निवेश मिला है| पहले इस कंपनी की मासिक बिक्री 70 लाख थी| जो अब बढ़कर 2 करोड़ हो गई है|
औली स्किनकेयर सॉल्यूशंस(Auli Skincare Solutions)- ऐश्वर्या बिस्वास की कंपनी औली स्किनकेयर सॉल्यूशंस है| औली स्किनकेयर सॉल्यूशंस एक आयुर्वेद ब्रांड है, जो सौंदर्य उत्पादों के लिए काम करता है| इस ब्रांड के सामान सौ फीसदी नेचुरल तत्वों से बने होतें है| इनके उत्पादों में किसी भी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है| यह कंपनी शो की दूसरी शार्क नमिता थापर से 15% इक्विटी के बदले 75 लाख रुपये का फंड जुटाने में कामयाब रही| इस शो में पार्टिसिपेट करने से पहले इस कंपनी की मासिक बिक्री 10 से 12 लाख थी| नमिता थापर के निवेश के बाद इस कंपनी की मासिक बिक्री बढ़ कर 30 से 37 लाख रूपये मासिक हो गई है| वहीं अब यह कंपनी अपने उत्पादों को छोटी-छोटी दुकानों में बिक्री शुरू कर दी है| साथ ही अंतरराष्ट्रीय निर्यात पर पकड़ बनाने के लिए काम कर रही है|
स्किप्पी आइस पॉप्स(Skippi Ice Pops)- यह कंपनी हैदराबाद की हैं, इस कंपनी की शुरुआत रवि काबरा और अनुजा काबरा ने अपने एक स्टार्टअप के तौर पर की थी| यह भारत का पहला आइस पॉप ब्रांड है जो 100% शुद्ध आरओ के पानी और प्राकृतिक रंग और स्वाद के साथ बनाया गया है। यह ब्रांड शार्क टैंक इंडिया के सभी 5 शार्क से फंड पाने वाली पहली कंपनी है| 15% इक्विटी के लिए इस ब्रांड स्किप्पी आइस पॉप्स को 1 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली है| हर दिन इस ब्रांड के वेबसाइट पर 150 ऑर्डर के साथ, पहले इस कपंनी की कमाई 4 से 5 लाख मासिक थी| शार्क टैंक इंडिया से निवेश पाने के बाद इस कंपनी के वेबसाइट पर हर दिन 6000 से 8000 ऑर्डर के साथ इस कंपनी की मासिक कमाई 70 लाख हो गई| पहले इस ब्रांड का वितरण क्षेत्र देशी था| लेकिन निवेश पाने के बाद अब इस कंपनी ने युगांडा, नेपाल, कुवैत, हांगकांग और दुबई जैसे देशों में अपना वितरण शुरू कर दिया है| कोविड-19 के दौरान इस कंपनी को तगड़ा घाटा लगा था लेकिन इस ब्रांड ने एक बार धमाकेदार वापसी की है|
गेट-ए-व्हेय(Get-A-Whey)- इस कंपनी की स्थापना जश शाह, पश्मी शाह और उनकी मां जिमी शाह ने की है| इस कंपनी ने एक साधारण रसोई प्रयोग के रूप में काम शुरू किया| यह प्रयोग आम आइसक्रीम को स्वथ्य आइसक्रीम उत्पाद बदलने में कामयाब रहा| यह कंपनी शो में भारत पे(Bharat Pay) के संस्थापक अश्नीर ग्रोवर, अनीता सिंह और अमन गुप्ता से 15% इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये का निवेश जुटाने में कामयाब रही| शार्क टैंक से पहले, इस कंपनी की मासिक बिक्री 20 लाख रुपये थी, जो अब 4 गुना बढ़कर 19 शहरों में वितरण के साथ ही 80 लाख रुपये से 1 करोड़ मासिक हो गई है। यह कंपनी अपने वेबसाइट के माध्यम से मध्य पूर्व और यूरोपीय देशों में भी अपना व्यापार बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
ब्रेनवायर्ड(Brainwired)- इस कंपनी की स्थापना श्रीशंकर एस नायर और रोमियो पी जेरार्ड द्वारा स्टार्टअप के तौर पर की गई थी| इस ब्रांड के उत्पाद कृषि तकनीक से जुड़ें हैं, जो कुशल पशुधन स्वास्थ्य निगरानी और किफ़ायती ट्रैकिंग सिस्टम प्रदान करता है| यह कंपनी शार्क टैंक इंडिया के तीन शार्क नमिता थापर, पीयूष बंसल और अश्नीर ग्रोवर को अपनी कंपनी में 10% हिस्सेदारी के बदले में 60 लाख रुपये का निवेश प्राप्त करने में कामयाब रही| शार्क टैंक सीजन 1 के पहले इस कंपनी की मासिक बिक्री मात्र 1 से 2 लाख ही थी| लेकिन शार्क से निवेश पाने के बाद इसकी बिक्री में ग़जब की तेजी देखने को मिली है| और अब इस कंपनी की मासिक बिक्री लगभग 35 लाख पहुँच गई| बहुत जल्द ही कंपनी अपने प्रोडक्ट को दुनिया भर के कई देशों में निर्यात करेगी|
सास बार (Sass Bar)- इस कपंनी की स्थापना ऋषिका नायक द्वारा स्टार्टअप के तौर पर की गई थी| यह कपंनी सास बार एक डेज़र्ट साबुन बनाती हैं जो हाथ से बने साबुन से सम्बंधित हैं| इसकी ख़ासियत यह हैं कि ये स्वादिष्ट मिठाइयों की तरह दिखतें है और महकतें हैं| यह कपंनी शो के दो शार्क अनुपम मित्तल और ग़ज़ल अलघ से अपनी कंपनी में 35% हिस्सेदारी के बदले 50 लाख का निवेश जुटाने में कामयाब रही है| शार्क शो के पहले इस कंपनी की बिक्री 6 लाख के करीब थी| जो अब बढ़कर 15 से 20 लाख हो गई है|
क्वर्की नारी(Quirky Naari)- इस कंपनी की स्थापना उत्तर प्रदेश के मथुरा में मालविका सक्सेना द्वारा की गई हैं| क्वर्की नारी द्वारा निर्मित भारत का पहला हाथ से पेंट किया गया डेनिम हैं जो विचित्र और फैशनेबल जूते और परिधान प्रदान करता है। शार्क टैंक इंडिया के पहले सीजन में मालविका दो शार्क अनुपम मित्तल और विनीता सिंह से 15% इक्विटी के लिए 35 लाख रुपये की फंडिंग जुटाने में कामयाब रही हैं|