अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने की प्लानिंग कर रहें हैं, तों आप ऋषिकेश के पास मौजूद इन जगहों इन जगहों को भी एक्सप्लोर कर सकतें हैं, आज कल वैसे भी कोविड के बाद लोग घूमने की प्लानिंग कर रहें हैं, तो सबसे पहले ऋषिकेश घूमने का ख्याल आता हैं| ये ख्याल आना भी वाजिब है आख़िर दिल्ली के करीब इतनी खूबसूरत जगह जो मौजूद हैं| लेकिन जैसे आप ऋषिकेश जाने का प्लान कर रहें हैं वैसे भी और बहुत सारे लोग ऋषिकेश जाने की प्लानिंग कर रहें हैं| ऐसे में जब आप ऋषिकेश पहुंचते है, तो आप देखते हैं कि वहां भी भीड़-भाड़ का माहौल और पहाड़ो पर लंबा ट्रैफिक जाम मिलता है| ऐसे में जिस सुकून की तलाश में आप यहां आए थे वो बहुत दूर-दूर तक नहीं दिखाई देता| फिर आप ऐसी नई जगह की तलाश करतें हैं, जहां पर सुकून और पहाड़ों की खूबसूरती का आनंद उठा सकतें हैं| आज हम आपकी तलाश को पूरी कर, ऋषिकेश के आस मौजूद उन जगहों के बारे में बतायेंगे, जो आपके इस ट्रिप को यहां की ये खास जगहें और भी शानदार बनायेंगी साथ ही आप इन जगहों को जिंदगी भर भूल नहीं पाएंगे|


लैंसडाउन- ऋषिकेश के पास मौजूद बेहद ही शांत और खूबसूरत पहाड़ियों से घीरी लैंसडाउन एक ऐसी जगह हैं| जहां आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ अपनी छुट्टियों का आनंद उठा सकतें हैं| लैंसडाउन की दूरी लगभग 100 किलोमीटर की हैं| आप ऋषिकेश से लैंसडाउन बस या टैक्सी से गुमखल सिलोगी ऋषिकेश रोड से जा सकते हैं| लैंसडाउन उत्तराखंड के पौड़ी जिले में बसा एक खूबसूरत शहर हैं, यहां आपको ओक के ऊँचे-ऊँचे पेड़ से घिरी पहाड़िया देखने को मिलेंगी जो आपके मन को बहुत सुकून देंगी| आप यहां के मार्केट से शॉपिंग कर सकते हैं| अगर आप धार्मिक हैं, तो दुर्गादेवी मंदिर और ज्वाल्पा देवी मंदिर जा सकतें हैं| आप यहां के लवर्स लेन पर जाना ना भूलें| यहां से कुछ ही दूरी पर जिम कार्वेट नेशनल पार्क हैं| इसलिए आपको बड़ी आसानी से जंगली जानवर घूमते दिखाई पड़ जायेंगे| उनमे बाघ, सांभर, भौंकने वाले हिरण, हॉग हिरण और साही शामिल है|

आपको रुकने के लिए यहां सस्ते और अच्छे होटल आसानी से मिल जायेंगे|


कनाताल- ऋषिकेश से कनाताल की दुरी मात्र 70 किलोमीटर हैं| आप बस या टैक्सी से मात्र 2 घंटे में नेशनल हाइवे 34 से कनाताल पहुँच सकतें हैं| अगर आप उत्तराखंड कभी घूमने गए होंगे तो कनाताल का नाम जरुर सुना होगा| आपको यहां बहुत शांति वाला वातारण मिलेगा| यहां की अदभूद घाटियों को देखकर आपना मन यहां से वापस जाने का नहीं करेगा| कनाताल में आप भगवान शिव और सती का ऐतिहासिक 'सुरकंडा देवी मंदिर' देख सकतें हैं| साथ ही सुंदर टिहरी झील, इको-पार्क और कोडिया फ़ॉरेस्ट जैसी जगहों पर प्रकृति का आनंद ले सकते हैं|


चंबा- चंबा का नाम बहुत ही कम लोगों ने सुना होगा, यह एक छोटा सा शहर है| जो उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में हैं| ऋषिकेश से मात्र 63 किलोमीटर की दूरी पर है|आपको ऋषिकेश से बस या टैक्सी से यहां पहुचने में मात्र एक 1 घंटा 30 मिनट का समय लगेगा| शांति की तलाश करने वाले लोगों के लिए यह जगह बेहद खास है| यहां प्रकृति के बीच बैठकर आपको बहुत ही अच्छा लगेगा| आप यहां घूमने के दौरान, गब्बर सिंह मेमोरियल,टिहरी झील, सुरकंडा देवी मंदिर के साथ ही चंबा प्लेस की खूबसूरती देख सकतें हैं|


सात-ताल– सात-ताल ऋषिकेश से लगभग 272 किलोमीटर की दूरी पर है| ऋषिकेश से आप अपनी कार या बस के द्वारा जा सकतें हैं| सात-ताल उत्तराखंड के नैनीताल जिले का एक कस्बा है| यहां आपको देखने के लिए सात-ताल प्रकृति का दिया उपहार है, सात-ताल कई प्रजातियों की चिड़ियों का घर भी है| यहां लगभग 230 प्रजातियों की चिड़िया अपना घर बना कर रहतीं हैं| जो देखते ही आपका मन मोह लेतीं हैं। यह कहना ग़लत नहीं होगा की सात-ताल फ़ोटोग्राफ़रों और घूमने वालों के लिए सबसे उत्तम स्थान है| यहां आप चाय के बागानों को देख कर आनंद उठा सकतें हैं| अगर आप फिशिंग का शौक रखतें है, तो आपका यह शौक यहां पूरा हो सकता हैं| झील के किनारे पर्यटक आसपास की दुकानों से फिशिंग करने का सामान किराये पर ले सकते हैं, और मनोहरी प्रकृति के बीच फिशिंग का मजा ले सकते हैं। सात-ताल से लगभग 3 किमी की दूरी पर स्थित हैं भीमताल| यह एक बेहद ही खूबसूरत और आकर्षण पर्यटन स्थल है। साथ ही भीमताल के तट पर भीमेश्वर मंदिर बना है, इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है, कि पांडव भीम ने इसे खुद से बनाया था। आप यहां के अद्वितीय मछली संग्रहालय को देख सकतें है, जो छोटे से चट्टानों के द्वीप में स्थित है|


चोपता(Chopta)- चोपता को उत्तराखंड का स्विट्जरलैंड कहा जाता हैं| ऋषिकेश से चोपता मात्र 156 किलोमीटर की दुरी पर हैं| आपको यहां पहुचने में लगभग 4 घंटे लगेंगे| आप बस या कैब से ऋषिकेश से एनएच 7 के द्वारा यहां पहुचं सकतें हैं| उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित यह छोटा सा शहर, छोटे-छोटे बुग्यालों (घास के मैदान) से परिपूर्ण हैं| चोपता पर्यटकों के बीच बहुत फेमस हिल स्टेशन है। इसके बुग्यालों की वजह से चोपता को उत्तराखंड का मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है। देवदार ओर बुरांस के पेड़ों से घिरा हुआ चोपता, सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहाँ पर आप तुंगनाथ मंदिर ओर चंद्रशिला मंदिर देख सकतें हैं जो बर्फ से ढका रहता हैं। यहाँ पर उत्तराखंड का राज्य पक्षी मोनाल के साथ ही कस्तूरी मृग के दर्शन भी हो जाते हैं साथ ही अनेक प्रकार के पेड़-पौधे भी इसकी सुंदरता को ओर अधिक बढ़ाने का काम करते हैं।चोपता उत्तराखंड राज्य में स्थित केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य का एक हिस्सा है| और पंच केदार के तीसरे मंदिर तुंगनाथ तक के ट्रेकिंग का स्टार्टिंग पॉइंट भी है| यहाँ बुरांस के पेड़ एक ख़ास प्रजातियों के हैं जो गहरे रंग के गुलाबी फूल से चोपता की खूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं| आप यहां देवरिया झील, ओंकारेश्वर मंदिर और कार्णिक स्वामी मंदिर जैसे स्थान चोपटा में पर्यटकों के बीच बहुत फेमस हैं| अगर आप चोपता गए हैं, तो इन जगहों पर जाना न भूलें|

कहाँ ठहरें- अगर आप ऋषिकेश की यात्रा पर हैं, और आपने पहले से किसी होटल को नहीं बुक किया हैं, और अचानक से आपका प्लान बना घूमने का, फिर भी चिंता की कोई बात नहीं हैं| आपको इन जगहों पर अपने बजट में अच्छे होटल मिल जायेंगे जहां आप आराम से रुक सकतें हैं| आपको यहां घूमने के लिए बाइक या स्कूटी भी किराये पर मिलती है| जिसको आप किराए पर लेकर कहीं भी घूम सकतें हैं|

कैसे पहुंचे ऋषिकेश-

हवाई मार्ग- ऋषिकेश का सबसे निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून है, जो ऋषिकेश से मात्र 20 किमी की दूरी पर है। आप दिल्ली या अन्य शहरों से हवाई यात्रा करके यहां पहुंच सकते हैं| इसके बाद देहरादून से बस, टैक्सी के जरिए ऋषिकेश जा सकते हैं।

बस या कैब से- आप दिल्ली से बस के माध्यम से भी ऋषिकेश जा सकतें है। आपको दिल्ली से हर घंटे ऋषिकेश के लिए बस मिलेंगी और यह बसें हर दिन चलती हैं।

रेल द्वारा- ऋषिकेश का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार है, जो ऋषिकेश से मात्र 25 किलोमीटर की दूरी पर है। यह स्टेशन दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चंडीगढ़, लखनऊ और वाराणसी के रेलमार्ग द्वारा जुड़ा है। आप यहां शताब्दी, जनशताब्दी, मसूरी एक्सप्रेस जैसी विभिन्न ट्रेनों के माध्यम से हरिद्वार पहुंच सकते हैं| फिर आप वहां से बस या टैक्सी द्वारा ऋषिकेश जा सकते हैं।