आपने बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा का नाम तो जरुर ही सुना होगा | महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के मालिक आनंद महिंद्रा अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं | हाल ही में उन्होंने अपना वादा निभा कर आम लोगों का दिल फिर से जीत लिया है| पिछले दिनों हुए आस्ट्रेलिया और भारत के बीच हुए टेस्ट सीरिज में, जब भारत ने आस्ट्रेलिया को 2-1 की अंतर से हराकर सीरिज अपने कब्जे में किया तब आनंद महिंद्रा ने भारतीय टीम के 6खिलाड़ियों को तोहफे में महिंद्रा थार गिफ्ट करने का ऐलान किया था | अब इन्होने उन सभी खिलाडियों को महिंद्रा थार गाड़ी देकर किये हुए वादों को पूरा किया |भारत के उन सभी खिलाड़ियों ने आनंद महिंद्रा का आभार व्यक्त किया | हमेशा ट्विटर पर एक्टिव रहने वाले आनंद महिंद्रा को सोशल मीडिया पर लोगों का स्नेह मिलना कोई नई बात नहीं है| वे समय- समय पर लोगो की मदद करके, उन्होंने साबित कर दिया की वे धन से ज़्यादा मन के अमीर हैं|

गरीब मजदूर की मदद - मध्यप्रदेश के धार जिला स्थित बयादीपुरा के शोभाराम परिहार एक दिहाड़ी मजदूर है | हर पिता ये चाहता है कि, जैसा वो आज है, आने वाली पीढ़ी उनसे बेहतर हो, और उसके लिए हर संभव प्रयास करता है | ऐसी सोच रखने वाले शोभाराम परिहार अपने पुत्र को अच्छी शिक्षा देना चाहते है | बदकिस्मती से आशीष का स्कूल उसके घर से 106 किलीमीटर दूर है | इसी वजह से शोभाराम अपने पुत्र को रोज साईकल से स्कूल छोड़ने जाते है | शोभाराम की आर्थिक स्थिति उन्हें इस बात की इजाज़त नहीं दे रही थी कि, वह अपने बच्चे को हर रोज़ बस द्वारा स्कूल भेज सके या फिर एक गाड़ी खरीद सकें जिससे उन्हें आने जाने में इतनी मेहनत न करनी पड़े | इस पिता का संघर्ष जब आनंद महिंद्रा को सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला, तब फिर क्या था, वे अपने स्वभाव के अनुसार, आनंद इस पिता की मदद करने के बारे में सोचा और आगे आकर उन्हें एक महिंद्रा स्कूटर गिफ्ट कर दिया | जिससे कि उन्हें आशीष को स्कूल छोड़ने में आसानी हो सके | और शोभाराम परिहार को ये आश्वासन दिया कि उसकी आगे की शिक्षा में सहायता की जाएगी|

इडली अम्मा की मदद - 1 रुपए में इडली खिलाने वाली इडली अम्मा को तो सभी जानते होंगें | कोयंबटूर जिले के एक छोटे से गाँव की कमलाथल नामक बुजुर्ग ने 30-35 साल पहले इडली बेचना शुरू किया था | जिस तरह से वे इडली बेच रही हैं, वह कोई व्यवसाय नहीं बल्कि सेवा है | वे महज 1 रुपये में इडली सांभर और चटनी खिलाती है | इतना कम दाम उन दिहाड़ी मजदूरों और जरूरतमंद लोगों के लिए है जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और वे खाना खाने में असमर्थ है | इडली अम्मा कहती है 2019 में आनंद महिंद्रा ने देश को उनका परिचय परिचय 'इडली अम्मा' नाम से करवाया | आनंद महिंद्रा ने अम्मा को चूल्हे के धुएं से छुटकारा दिलाने के लिए दो एलपीजी सिलेंडर और चूल्हा गिफ्ट किया | आनंद यंही नहीं रुके अम्मा के लिए उन्होंने एक घर बनाने का वादा किया और उस वादे को पूरा करते हुए उनको एक घर बना कर दिया | आनंद महिंद्रा के इस सराहनीय कदम ने, उनके फैन्स के मन में ढेर सारा प्यारा और सम्मान दिलाया |

प्रतिभा को हमेशा सराहा - आनंद महिंद्रा ने हमेशा प्रतिभा को अच्छे से समझा और सराहा है | जिनमें में प्रतिभा होती है वो उसका उत्साह बढ़ाते है और हर संभव मदद करने का प्रयास करते है | इसी साल फरवरी में दो कूड़ा उठाने वाले भाइयों का वीडियो वायरल हुआ था| ये दोनों भाई कमाल का गीत गाते हैं | ये वीडियो देखने के बाद आनंद ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर करते हुए, लोगो से ये अपील किया की हाफ़िज़ और हबीबुर के लिए एक अच्छा म्यूज़िक टीचर खोजा जाए जिससे ये दोनों अपना काम खत्म करने के बाद शाम को संगीत की अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके | महिंद्रा के इस ट्वीट के वायरल होने से एक बार फिर लोगों का दिल जित लिया और इनको खूब तारीफ और सराहना मिली |