UPSC परीक्षा पास करना हर पढने वाले युवा का सपना होता है | यूपीएससी परीक्षा देश की कठिन परीक्षा मानी जाती है | इस परीक्षा को यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन (UPSC) हर वर्ष आयोजित करवाता है | इस परीक्षा में लाखों युवा भाग लेते हैं लेकिन सफलता कुछ को ही मिला पाती है | आज हम आपको बता रहें है बिहार राज्य के मधुबनी जिले के बरुआर गावं के रहने वाले मुकुंद कुमार के बारे में | मुकुंद ने इस परीक्षा को बिना किसी कोचिंग किए, अपने पहले ही प्रयास में इस परीक्षा को पास करके कीर्तिमान रच दिया है |

मुकुंद कुमार का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ था | इनके पिता मनोज ठाकुर एक किसान है, और गावं में ही सुधा डेयरी का बूथ चलाते है | इनकी माता ममता देवी एक हॉउस वाइफ हैं, और इनकी तीन बहनें है | इनके पिता शिक्षा का महत्व बहुत अच्छे से समझते थे, इन्होने अपने बेटे की पढाई के लिए अपनी आमदनी का पूरा पैसा लगा देते थे | सुधा डेयरी के बूथ से सिर्फ इतनी ही इनकम होती थी, जितने से उनके घर का खर्च चल पाता था | जब मुकुंद की पढाई में पैसे कम पढने लगे तब उन्होंने अपनी जमीन बेंच दी |


मुकुंद के पढाई के बारे में - मुकुंद की शुरूआती पढाई गावं के स्कूल से पूरी हुई | उसके बाद उनका सेलेक्शन सैनिक विद्यालय गुवाहाटी में हो गया, यंहा से इन्होने 12वीं तक की पढाई पूरी की | उसके बाद आगे की पढाई के लिए दिल्ली चले गए, जंहा उनका एडमिशन पी.जी.डी.ए.वी कॉलेज हुआ | इस कालेज से इन्होने अंग्रेजी साहित्य में ग्रेजुएशन किया | इन्होने ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की तैयारी करने लगे |

पांचवी कक्षा में सुना था IAS के बारें में – मुकुंद ने अपने एक दिए इन्टरव्यू में बताया कि, मैंने 5वीं कक्षा में आईएएस के बारें में सुना था, तभी से मैंने अपने लक्ष्य को तय कर लिया, और इसके बारें में जानकारी इकठ्ठा करना शुरू किया | जब इसके बारें में पूरी जानकारी हासिल कर लिया तब मैंने तैयारी करने का फैसला किया |

प्राप्त किया 54वीं रैंक – मुकुंद कहते है, किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए मकसद का होना बहुत जरुरी है | ये मकसद ही हमें अपने लक्ष्य को हासिंल करने को प्रेरित करता है | वे बताते है कि मेरे परिवार की स्थिति ठीक नहीं थी जिसकी वजह से हमने कोई कोचिंग नहीं किया, और अपने-आप से पढाई की और कड़ी मेहनत से कई मुश्किलों का सामना करते हुए मैंने 2019 की सिविल सेवा परीक्षा में 54वीं रैंक प्राप्त कर ली |

12 से 14घंटे की पढ़ाई – मुकुंद कहते है कि इस परीक्षा को पास करने के लिए सेलेबस की सटीक जानकारी और अच्छी स्ट्रेटजी होना जरुरी है | मैंने इसके लिए टाइम टेबल बनाया और उसी के अनुसार तैयारी करता रहा। मै हर रोज 12 से 14 घंटे पढाई करता था, और सोशल मिडिया से दुरी बनाई रखी | वे कहते हैं कि ऑप्शनल विषय का मेंस में अच्छा रोल होता है | अगर ऑप्शनल विषय पकड़ अच्छी है तो ज्यादा अंक हासिल किया जा सकता है | वे कहते है कि मै अपने आप को भाग्यशाली समझता हूं कि पहले ही प्रयास में, मैं इसमें सफल रहा।