गुजरात के एक किसान ने बनाया बैटरी से चलने वाला ट्रैक्टर "व्योम"
डीजल के बढ़ते दाम के बीच, गुजरात के किसान ने बैटरी से चलने वाला ट्रैक्टर का किया आविष्कार |
आज के समय में डीजल पेट्रोल के...
आज के समय में डीजल पेट्रोल के बढ़ते दामों ने सब की कमर तोड़ दी है, बढ़ते दाम की वजह से पब्लिक ट्रांसपोर्ट, रेल किराया, सब्जी, अनाज सब कुछ मंहगा होता जा रहा है | इसके विकल्प में गुजरात के जिला जामनगर के कलावाड तहसील के पीपर गाव के किसान महेश भाई ने अपनी खेती के लिए व्योम ट्रैक्टर को बनाया है |जो जिसको चलने के लिए ईधन के तौर पर बैटरी का इस्तेमाल होता है | महेश के पिता किसान है और महेश भी बचपन से ही किसानी का काम कर रहे हैं |
10 घंटे चल सकता है ट्रैक्टर – महेश भाई के बनाये इस ट्रैक्टर को आप 4 घंटे में फुल चार्ज कर सकते है | इसे चलने के लिए 22 H.P की जरुरत पड़ती है | इस ट्रैक्टर में एक 72 वाट लिथियम की आधुनिक बैटरी लगी है | इसको एक बार फुल चार्ज होने पर 10 घंटे तक चलाया जा सकता है |
5.5 लाख लागत 7-8 महीने का समय लगा - न्यूज़ 18 के अनुसार इस ट्रैक्टर को बनाने वाले महेश भाई ने बी.काम की पढाई की है | महेश भाई ने बताया कि मेरे पास डीजल इंजन वाला ट्रैक्टर था, जिससे हमें सौ से सवा सौ रुपये घंटे की लागत आती थी और ये बहुत ही महंगा पड़ता था | तब मेरे मन में आया कि क्यों न एक इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर बनाया जाय | उसके बाद हमने इस पर काम करना शुरू कर दिया | इसे बनाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन 8 महीने की कड़ी मेहनत के बात, मै ट्रैक्टर बनाने में सफल रहा | इस ट्रैक्टर में 4 गियर है, तीन फॉरवर्ड और एक रिवर्स गियर है | इसकी वजन उठाने की क्षमता 500 किलोग्राम है, इसकी लागत की बात की जाय तो इसको बनाने में 5लाख 50हजार की लागत आई है| इस ट्रैक्टर से किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है | महेश भाई का कहना है कि सरकार इस पर सब्सिडी दे तो, इसकी लागत साढ़े 3 लाख तक हो सकती है | इस ट्रैक्टर का सबसे बड़ा फायदा किसान को और हमारी प्रकृति को प्रदूषण से बचाना है |
मोबाईल फोन से होगा कंट्रोल – इस ट्रैक्टर को बनाते समय आज के मॉडर्न दौर का काफी ध्यान रखा गया है | इस ट्रैक्टर की स्पीड को मोबाईल फोन द्वारा कंट्रोल किया जा सकता है | इस ट्रैक्टर से मोबाइल फ़ोन चार्ज किया जा सकता है, जरुरत पड़ने पर लाईट जला सकते है | इसमें एक मोटर भी लगी है जो पानी की जरुरत पड़ने पर उसका भी इस्तेमाल कर सकते है |